Bihar Liquor News : बिहार में शराब दोबारा चालू होगा, राज के लोग शराब बंदी के पक्ष में बोले.
देश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो आज भी शराब पीते हैं और वह अपने जीवन का मुख्य देश यही रखते हैं लेकिन शायद उनको यह मालूम नहीं होता है कि इन्हें पीने से उन्हें क्या असर पड़ता है उनके दैनिक जीवन में क्या असर होता है। लोग आखिर में सोच रहे हैं कि दारू पूरी तरह से बंद हो गया है लेकिन 80% लोगों को यह कहना है कि अभी भी दारू की धंधेबाज नहीं तमे है छोटे धंधे वालों को पकड़े जा रहे हैं लेकिन बड़े धंधे वालों को नहीं पकड़े जा रहे हैं इस आर्टिकल में तमाम खबरें बताए गए हैं।
मद्य निषेध विभाग की इजाजत के बाद
विश्वविद्यालय और एलएन सिंहा सामाजिक शोध संस्थान के जरिए कराए गए सर्वे में यह बातें सामने आई है सर्वे का मुख्य उद्देश्य यह है कि शराबबंदी के सामाजिक और आर्थिक पहलू के साथ लोगों के जीवन स्तर पर पड़े इसके प्रभाव को जानना था इस आर्टिकल में दारू से संबंधित जुड़ी सभी जानकारी बतलाई गई है इसलिए यह आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
उत्पादन आयुक्त भी करती के बहन जी ने सोमवार को पटना के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बताया कि फरवरी से मई के बीच राज में यह सर्वे कराया गया है सर्वे में जो बात उभरकर आई उसके तहत शराबबंदी कल लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है निम्न वर्ग के लोगों के जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है उसकी आमदनी 1से 3 हजार रुपए प्रति माह के बीच बढ़ी है लोग खानपान और बच्चे की शिक्षा पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं जल्द ही सभी 38 जिलों में 100000 घरों में सर्वे कराया जाएगा जिससे सभी लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी पता हो जाएगी।
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पुलिस की सख्ती बढ़नी चाहिए ?
दरअसल आपको बता दें कि सर्वे में शराबबंदी कानून का पालन कराने को लेकर भी सवाल पूछे गए थे अधिकारियों ने इस दौरान 62% लोगों को यह कहना है कि पुलिस को जीत ली शक्ति से इसे लागू करने के लिए काम करना चाहिए उतना नहीं हो रहा है कुछ लोगों ने यह भी कहा कि छोटे धंधे वालों पर तो करवाई हो रही है पर बड़े भी उतनी संख्या में नहीं पकड़े जा रहे हैं जितनी कि छोटे धंधे करने वाले लोगों को पकड़ा जा रहा है।