जाती-जनगणना पर सरकार ने कर दि बड़ा फैसल, जानें पूरी मामला क्या हैं ?

जाती-जनगणना पर सरकार ने कर दि बड़ा फैसल, जानें पूरी मामला क्या हैं ?

जाति जनगणना को लेकर काफी ज्यादा लोगों को जानने की उत्साहित हो रही है क्योंकि इसे लेकर काफी ज्यादा सोशल मीडिया ट्रोल किया जा रहा है और यह बताया जा रहा है कि एक जाति दूसरे जाति के विपक्ष में आकर यह बोल रहे हैं कि हम तुमसे ज्यादा है कई ऐसे सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप वायरल हो रहे हैं जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि सबसे श्रेष्ठ हम हैं तो इसे लेकर सरकार ने भी जाति जनगणना को काफी ज्यादा उत्तेजना की है इसके साथ ही लोगों को भी जानने की बहुत है उत्साह है कि आखिरकार कौन कितना जनसंख्या है इसके बारे में जब जनगणना शुरू हुई तो इस पर केस हो गया जिसके कारण अभी इसकी सुनवाई कोर्ट में जारी है।

क्या जातिगत जनगणना अच्छी है ?

दर्शन आपको बता दे की जाति आधारित जनगणना के आंकड़े सम्मान वर्ग के साथ-साथ आरक्षित वर्गों के बीच आर्थिक और सामाजिक पंछी अधिग्रहण के बीच बड़े स्तर को सामने लाकर आरक्षण नीतियों की उपलब्धियां और कर्मियों को समझने में सहायक बनेंगे इसके लिए जाति जनगणना की आवश्यकता है।

जातीय जनगणना पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा ?

Jati Janganana News Today : जाति जनगणना के अनुसार में सुप्रीम कोर्ट में जाति सिनेमाघरों पर आने वाले याचिका पर सोमवार को सुनवाई हुई कोर्ट में अभिषेक मामले में 18 अगस्त को सुनवाई करेगा पटना हाई कोर्ट ने जाति जनगणना के विरोध में दायर सभी याचिकाओं कर दी थी बिहार में चल रही जाति आधारित गन्ना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर 18 तारीख को भी सुनवाई टल गई थी अब अगले तारीख पर इसकी सुप्रीम कोर्ट जवाब देगी।

भारत में पहली बार जाति आधारित जनगणना ?

दरअसल आपको बता दे कि 2 – जनगणना विभाग द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को देखने से पता चलता है कि सन 1931 ईस्वी में अंतिम बार और तत्कालीन देसी रियासत है ग्वालियर में सन 1941 में अंतिम बार जाति के आधार पर जनगणना की गई है उसके पहचान 1951 1961 1971 और 1981 की जनगणना अनुसूची जाति एवं जनजाति को छोड़कर जनगणना आधार पर नहीं हुई

भारत में कौन सी जाति सबसे ज्यादा है?

परंपरागत रूप को से ब्राह्मणों के उपचार सामाजिक वर्गों में सर्वोच्च अनुष्ठान का दर्जा दिया जाता है व्यवहार में भारतीय ग्रंथों से पता चलता है कि ब्राह्मण ऐतिहासिक रूप से कृषक योद्धा व्यापारी भी बन गए थे और उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में अन्य व्यवसाय भी संभावित है।

भारत में SC ST OBC की जनसंख्या कितनी है?

Jati Janganana News Today : बता दें कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट पर से अलग नेशनल सेंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक देश में अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग (ओबीसी) 41 फीसदी हैं। इस 41 फीसदी में एससी-एसटी की 25.2 फीसदी आबादी जोड़ दें तो 66.2 फीसदी होता है। मतलब इस लिहाज से 49.5 फीसदी कोटे के दायरे में देश की 66.2 फीसदी आबादी ही है।

Read More : बिहार सिविल कोर्ट का एडमिट कार्ड डाउनलोड करें : Bihar Civil Court Admit Card Download

My name is Uttam Kumar, I come from Bihar (India), I have graduated from Magadh University, Bodh Gaya. Further studies are ongoing. I am the owner of Bsestudy.com Content creator with 5 years of experience in digital media. We started our career with digital media and on the basis of hard work, we have created a special identity for ourselves in this industry. (I have been active for 5 years, experience from electronic to digital media, keen eye on political news with eagerness to learn) BSE Study keeps you at the forefront, I try to provide good content and latest updates to my readers.You can contact me directly at ramkumar6204164@gmail.com