Last updated on February 28th, 2024 at 09:55 pm
Bihar Liquor Ban : बिहार में शराब फिर से द्वारा चालू हो सकता, राज्य के लोग शराबबंदी के पक्ष में बारें
Bihar Liquor Ban : मध निषेध विभाग की इजाजत दें के बाद चाणक्य विधि विश्वविद्यालय आर एएन सिन्हा सामाजिक शोधन संस्थान के जरिए कराएंगे सर्वे में यह बातें सामने आई है सर्वे का सर्वे का उद्देश्य शराबबंदी के सामाजिक और आर्थिक पहलू के साथ लोगों के जीवन पर काफी ज्यादा असर पड़े इसके प्रभाव को जानना था।
बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम, 2016 में दूसरी बार संशोधन का प्रस्ताव लाया जा रहा है. इसके तहत पहली बार यदि शराब पीते पकड़े गए तो वहीं जुर्माना लेकर छोड़ दिया जाएगा. दोबारा पकड़े जाने पर जेल की हवा खानी पड़ेगी. इसके साथ ही शराब से संबंधित सामान्य मामलों में भी राहत देने पर विचार किया जा रहा है।
उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने शनिवार को पटना के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की मदद से यह बताया कि फरवरी से मई माह के बीच में राज में ही है सर्वे कराया गया सर्वे में जो बात उभरकर आई उसके तहत शराबबंदी का लोगों पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है नंबर के लोगों के जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है उसकी आमदनी एक से 3 हजार रुपए प्रति माह के बीच बड़ी है देश के नागरिकों के खानपान और बच्चे की शिक्षा की स्थिति पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं जल्द ही सभी देश के 38 मैं एक लाख लहरों में सर्वे कराया जाएगा तो आइए जानते हैं इनके बारे में विशेष रूप से।
Bihar Liquor Ban 2022
देश में जावे शराबबंदी कानून का पालन कराने को लेकर भी सवाल पूछे गए थे और इन चंकाय का जवाब अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान 62% से अधिक लोगों का कहना है कि पुलिस को जितनी शक्ति से इसे लांग करने के लिए काम करना चाहिए उतना ज्यादा ही नहीं हो रहा है कुछ लोगों को यह भी कहना है कि छोटे धंधे वालों पर तो कार्रवाई हो रही है पर जो बड़े-बड़े धन्यवाद अभी भी उतनी ही शक्ति में नहीं पकड़े जा रहे हैं।
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